Print Making is a democratic form of serious art.....
प्रिंट मेकिंग एक लोकतांत्रिक गंभीर कला रूप है .
About my art as a
print maker...
एक प्रिंट मेकर के रूप में मेरी कला
In graphics I don’t seem to differentiate between the figurative and the abstract , merging nature, shadows, lights and even humans. I feel the trapped and overheated vibrations of the inner universe. I try to lend to my graphics an iridescent feel as if the ravages of this earth and ever- organic time can not touch them. My spaces have shed their physical realities becoming an idiom for the wandering desires of the female universe - continually struggling to break loose and continually struggling to be free.
ग्राफिक्स में मैं मूर्त और अमूर्त , बनती बिगड़ती छायाओं , रौशनी और अंधेरों में कोई खास अंतर् देख नहीं पाती .मैं सिर्फ अपने भीतर के संसार की ऊर्जा महसूस करती हूँ और उसे बाहर आने देती हूँ . इस कला जगत में जो मेरा राई बराबर स्पेस है उसमे स्त्री अपनी भौतिक वास्तविकता को छोड़ अपनी इच्छाओं के ब्रह्माण्ड में अपनी मूलभूत आज़ादी के लिए लगातार संघर्षशील है .
Khatm hoti Atmaon Ke Rang (खत्म होती आत्माओं के रंग ) Iron Plate (लौह प्लेट ) Ready to be dipped into acid water |
Iron Plate Ready for printing |
I would reconfigure the universal settings.
As an artist I search for personal, familial, and social space within the attitudes and mores of an antagonistic society. The women are surrounded by empty architectural or natural spaces and seem enveloped in eloquent silence. Space is a predominant extension of my trope.
The graphics cant be without ambiance which is shaped up by the sense and sensibility and even the non sense and violence of the times. So the art has to be faces of history and contemporaneity and future. The art has to be part of reality and myth.
It is the symbiosis set in the exaggeration of poster art yet rooted in the classical mode. The graphics would exude the civilizations and concepts through the dramatics and antics of human enigma. I must tell a history and narrate a modernity even if sounding mythical.
I Deserve The Universe Collagraph Size : 42.5 x 57.5 cm |
सेट मूल्यों को अपनी कला के माध्यम से मैं अपने मन मुताबिक ज़्यादा मानवीय दृष्टि देती हूँ .
एक कलाकार के रूप में मैं एक विरोधी समाज के दृष्टिकोणों और सीमाओं के भीतर व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक स्थान की तलाश करती हूं . औरत के खालीपन , उजाड़ और सन्नाटे को भेदना और उसे एक वास्तविक सच के बीच स्थापित करना भी कलाकार का ध्येय हो सकता है , ऐसा मुझे लगता है .
कला को इतिहास , समकालीनता और भविष्य की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है . तो कला को वास्तविकता और मिथक का हिस्सा होना चाहिए , और एक साथ होना चाहिए .
Painter to Graphic artist
चित्रकार से छापा कलाकार
Rebirth Etching Size : 9.5 x 9.5 cm |
Let
me say it that I traveled on from being a Painter to becoming a
graphic artist. So I can comprehend that my graphics have the memories of
paintings. I love to use the Technique of intaglio, aqua tint ,
stenciling, relief, wood cut, lino, collagraph, to delineate
the ironies and ambiguities of the animate and the inanimate. I
experiment going beyond traditional print making techniques.
मैंने एक चित्रकार बनने से लेकर ग्राफिक कलाकार बनने तक का सफर तय किया है . मेरे ग्राफिक्स में चित्रों की यादें हैं . मैं इंटाग्लियो, एक्वा टिंट, स्टैंसिलिंग, रिलीफ, वुड कट, लिनो, कोलोग्राफ जैसी प्रिंट मेकिंग तकनीक का प्रयोग करती हूं, जो कि चेतन और अवचेतन की विडंबनाओं , अस्पष्टताओं , आल्हाद , विस्मय या ऐसे ही जटिल मनोभावों को चित्रित करते हैं . मैं पारंपरिक प्रिंट बनाने की तकनीक से परे जाकर भी प्रयोग करती हूं . मेरे काम की मेज़ पर पत्ता , पेन्सिल से लेकर फालतू लकड़ी के टुकड़े और ढक्कन तक कुछ भी कला का संवाहक हो सकता है .
मैंने एक चित्रकार बनने से लेकर ग्राफिक कलाकार बनने तक का सफर तय किया है . मेरे ग्राफिक्स में चित्रों की यादें हैं . मैं इंटाग्लियो, एक्वा टिंट, स्टैंसिलिंग, रिलीफ, वुड कट, लिनो, कोलोग्राफ जैसी प्रिंट मेकिंग तकनीक का प्रयोग करती हूं, जो कि चेतन और अवचेतन की विडंबनाओं , अस्पष्टताओं , आल्हाद , विस्मय या ऐसे ही जटिल मनोभावों को चित्रित करते हैं . मैं पारंपरिक प्रिंट बनाने की तकनीक से परे जाकर भी प्रयोग करती हूं . मेरे काम की मेज़ पर पत्ता , पेन्सिल से लेकर फालतू लकड़ी के टुकड़े और ढक्कन तक कुछ भी कला का संवाहक हो सकता है .
Studio was closed for renovation
जब स्टूडियो मरम्मत के लिए बंद हुआ
The Blue Patch Full imperial print without using printing press |
कम्युनिटी स्टूडियो नवीनीकरण और मरम्मत के लिए बंद हुए . मैं जानती थी की इतनी जल्दी ये खुलेंगे नहीं . प्रिंट मेकिंग भी एक लत जैसी विधा है . न हो पा रही हो तो मन विषाद और खालीपन से भरा रहता है . प्रेस थी नहीं . वुडकट और लीनो कट ही स्टूडियो के बाहर हो सकते थे . इतने से मन मानता नहीं . उस वक़्त मैंने स्टेन्सिलिंग और टेक्सचर्स के प्रयोग से कई काम किये . वक़्त के साथ इस विधा में निखार आता गया और प्रिंटिंग प्रेस उपलब्ध न रहने के बावजूद खूब प्रिंट्स बनाये .
And , now I can make prints with anything (or nothing). I recycled waste papers, twigs, buttons, boards, hard boards , rings, torn and left out pieces of ply -name anything and I will create something meaningful out of it. So now I traverse beyond traditional printmaking .
अब मैं 'कुछ भी' के साथ प्रिंट बना सकती हूं . मेरे आसपास प्रिंटमेकिंग का सामान हमेशा मौजूद रहता है . मैंने बेकार कागज, टहनियाँ, बटन, बोर्ड, हार्ड बोर्ड, रिंग, फटे और बचे हुए प्लाई-के-टुकड़ों को प्रिंट बनाने में रीसायकल करके उनके होने को महत्वपूर्ण बनाया है . मेरा यह मानना है की कुछ भी बेकार नहीं होता और कुछ भी कूड़ा नहीं होता . हर वस्तु का उसके पूरी तरह नष्ट होने तक बहुत शानदार इस्तेमाल किया जा सकता है . कला क्या है ? प्रस्तुत करने का और प्रस्तुति में मनो भाव डालने का नाम ही तो है .
पारम्परिक प्रिंट मेकिंग है क्या ? यही की कुछ ऐसी विधि का प्रयोग की उससे बहुत से एक जैसे चित्र बनाये जा सकें . एकदम एक जैसे . बस उसी को ध्यान में रख कर मैं किसी भी जगह किन्हीं भी सामान से प्रिंट बना लेती हूँ .
ऐसा नहीं की एक जैसे कई चित्र जिन्हें एडिशन कहा जाता है , ही प्रिंट का दर्ज़ा पiते हों . मोनो प्रिंट्स या एकल चित्रों का भी चलन और स्वीकार्यता है . शर्त यही है की वह सरफेस पर किसी प्रिंट की तरह उभरना चाहिए .
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